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Pandit Ji Astrology Prediction

हिंदू धर्म में पितरों (पूर्वजों) को श्रद्धांजलि और सम्मान देने की एक विशेष परंपरा है। इसे आमतौर पर श्राद्ध कर्म, तर्पण, और पिंडदान के रूप में जाना जाता है। यह पूजा श्राद्ध पक्ष (पितृ पक्ष) के दौरान की जाती है, जो भाद्रपद महीने की पूर्णिमा के अगले दिन से अमावस्या तक 15 दिनों का समय होता है।
नारायण बली पूजा — Narayani bali pooja अगर किसी पितृ की अकाल मृत्यु हुई हो या कोई पितृ दोष हो तो उसके लिए या सम्पूर्ण समाधान के लिए नारायण बलि होती है नारायनबली किसी पवित्र नदी के तट या हरिद्वार में नारायण शिला पर की जाती है । Pinddan Pooja Services

पितृ पूजा का महत्व — पितृ पूजा में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पितरों को जल, तिल, जौ और पिंडदान अर्पण कर उनकी आत्मा को शांति के लिए यह अर्पित किया जाता है। Pandit Ji Astrology Prediction
यह पूजा परिवार और वंश परंपरा के प्रति सम्मान व्यक्त करती है। Pinddan Pooja Services
ऐसा माना जाता है कि पितरों की प्रसन्नता से वंशजों पर शुभ फल की प्राप्ति होती है और उनके कष्ट दूर होते हैं। पितृ पूजा से व्यक्ति को सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और उन्नति और पितरों का आशीर्वाद मिलता है।
पितृ पूजा करने की विधि – सबसे पहले सुबह स्नान कर साफ वस्त्र पहनें और पूजा स्थान को शुद्ध करें।
पिंडदान करना हो तो किसी पवित्र नदी या कही तालाब पर भी किया जा सकता है Pandit Ji Astrology Prediction
दीप प्रज्वलन – पितरों के नाम का दीपक जलाएं
चावल, जौ ,काले तिल , जल और कुशा की सहायता से पितरों का तर्पण करें।
पिंडदान – चावल, जौ, दूध, और तिल से बने पिंड अर्पित करें।
भोजन अर्पण — पितरों के लिए शुद्ध और सात्विक भोजन (खीर, पूड़ी, सब्जी आदि) अर्पित करें।
पितरों को प्रसन्न करने के लिए विशेष मंत्रों का जाप करें। जैसे पितृ गायत्री मंत्र

ॐ देवताभ्यः पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च। नमः स्वधायै स्वाहायै नित्यमेव नमो नमः ।।
ब्राह्मण भोजन –पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन और दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त करें।
पितृ पूजा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
पूजा हमेशा श्रद्धा और भक्ति भाव से करें। Pandit Ji Astrology Prediction
तामसिक भोजन लहसुन, प्याज, और मांसाहार से दूर रहें।
पितृ पूजा के लाभ — परिवार में शांति और समृद्धि आती है।
पितरों की कृपा से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं।
यह पूजा वंश परंपरा को जीवित रखने का माध्यम है।
पितृ पूजा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि अपने पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करने का एक तरीका भी है। Pandit Ji Astrology Prediction